खड़े दो पहिया वाहन के हेडलाइट से निकला खतरनाक ‘खारिश सांप’, युवक की सूझबूझ से टली अनहोनी


संवाददाता, चांडिल12जून :
चांडिल प्रखंड के सहरबेरा गांव में मंगलवार शाम एक सनसनीखेज घटना सामने आई, जब एक युवक की मोटरसाइकिल की हेडलाइट के भीतर खतरनाक ‘खारिश’ प्रजाति का सांप घुस आया। घटना उस समय हुई जब युवक शाम को सहरबेरा दलमा मोड़ पर सामने के दुकान में बाहन खड़ा कर के समान लाने गाय था।समय रहते हलचल पर ध्यान देने और सतर्कता दिखाने के कारण युवक की जान बच गई। यह घटना दिखाती है कि एक छोटी-सी सावधानी कितनी बड़ी दुर्घटना को टाल सकती है।

हेडलाइट में छिपा था मौत का खतरा
मंगलवार शाम लगभग 6:30 बजे, सहरबेरा गांव निवासी युवक ने जब अपनी मोटरसाइकिल स्टार्ट करनी चाही, तो उसने हेडलाइट के पास कुछ हलचल देखी। पहले उसे लगा कि कोई कीड़ा होगा, लेकिन जब टॉर्च की रोशनी डाली, तो वह चौंक गया — एक लंबा सांप हेडलाइट के अंदर फंसा हुआ था।युवक ने तत्काल वाहन से दूर हटते हुए आसपास के ग्रामीणों को बुलाया और मदद मांगी।

❝ राहुल सिंह की तत्परता से बची जान ❞
घटना की सूचना मिलते ही गांव के स्थानीय सेनेक सेवर राहुल सिंह मौके पर पहुंचे। उन्होंने बिना घबराए, पूरी सतर्कता के साथ हेडलाइट को खोलकर सांप को बाहर निकाला।करीब आधे घंटे की मेहनत के बाद उन्होंने सांप को सुरक्षित बाहर निकाला और दलमा के जंगल में छोड़ दिया। स्थानीय लोगों ने राहुल सिंह के इस साहसी कार्य की सराहना की। ग्रामीणों का कहना है कि यदि युवक ने वाहन स्टार्ट कर दिया होता, तो सांप के हमले से उसकी जान भी जा सकती थी।

❝ गर्मी और बरसात में बढ़ते हैं खतरे ❞
वन विभाग के फॉरेस्टर सागर कुमार श्रीवास्तव के अनुसार, अप्रैल से सितंबर तक गर्मी और वर्षा के समय सांप जैसे जीव ठंडी और संकरी जगहों की तलाश में रहते हैं। दोपहिया वाहनों की हेडलाइट, सीट के नीचे का स्थान, इंजन और पहियों के बीच की जगह उनके लिए आदर्श स्थान हो सकते हैं। एक बार गाड़ी की चारो ओर जरुर देखें।
❝ क्या है ‘खारिश सांप’? ❞
‘खारिश सांप’ स्थानीय नाम है। यह आम तौर पर उन सांपों के लिए प्रयोग किया जाता है जिनकी त्वचा पर धारियाँ होती हैं और जिनके संपर्क से खुजली या जलन जैसी प्रतिक्रिया हो सकती है। इनमें से कई प्रजातियाँ विषैली भी होती हैं और मानव जीवन के लिए खतरा बन सकती हैं।

❝ वन विभाग की चेतावनी और अपील ❞
वन विभाग ने सभी वाहन चालकों से अपील की है कि वे वाहन स्टार्ट करने से पहले चारों ओर ध्यान से निरीक्षण करें।यदि वाहन खुले में पार्क रहा हो, तो विशेष सावधानी बरतें।किसी जीव के दिखने पर खुद हटाने का प्रयास न करें  तुरंत प्रशिक्षित व्यक्ति या वन विभाग से संपर्क करें।❝ एक छोटी सी सावधानी, एक बड़ी अनहोनी से बचाव ❞सहरबेरा गांव की यह घटना हम सभी के लिए एक सबक है — सतर्कता और सजगता ही जीवन रक्षा की पहली शर्त है।राहुल सिंह जैसे लोग समाज के असली नायक हैं, जो बिना किसी डर या लालच के जीवन और पर्यावरण दोनों की रक्षा कर रहे हैं।

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