दलमा, 2 जुलाईभारी वर्षा के बीच इस वर्ष भी दलमा पाठ क्षेत्र में परंपरागत आषाढ़ी पूजा का शुभारंभ विधिवत रूप से हो गया है। बीते बुधवार को दुवर्षिणी पूजा सम्पन्न की गई, जो आषाढ़ पूजा की शुरुआत का आवश्यक धार्मिक चरण माना जाता है। मान्यता है कि जब तक दुवर्षिणी पूजा नहीं होती, तब तक दलमा में आषाढ़ी पूजा आरंभ नहीं की जाती।केगुरुवार को पोड़ाडीह लाया के आंगन में मलय पूजा का आयोजन किया जाएगा। यह पूजा इस बात का संकेत मानी जाती है कि वर्षा ऋतु कैसी होगी। इसके बाद शुक्रवार को क्षेत्र के सभी लाया समुदाय के लोग पैदल यात्रा कर दलमा पहुंचेंगे, जहां वे सामूहिक रूप से आषाढ़ी पूजा करेंगे।स्थानीय मान्यता के अनुसार, दलमा में पूजा के बाद ही आसपास के क्षेत्रों में आषाढ़ पूजा प्रारंभ होतीके है, जिससे यह पूजा विशेष धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व रखती है।इस अवसर पर लाया दिनाबमधु सिंह, विजय सिंह, संभू, जगबंधु, भमर सहित कई श्रद्धालु उपस्थित थे। पूरे क्षेत्र में धार्मिक उल्लास और आस्था का वातावरण बना हुआ है।
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